1. समाज के कमजोर वर्गो को विशेष रूप से शिक्षित करना।
  2. लोगों के बीच उनके मूलभूत अधिकारों और मौलिक कर्तव्यों एव विधिक अधिकारों  के प्रति जागरूकता का प्रसार करना।
  3. कानूनी साक्षरता कैम्पों के आयोजन में सहायता करना।