स्क्रीन रीडर

* 22 नवंबर 1962 को जन्म।
* पिता स्वर्गीय श्री पी.आर.मृदुल वरिष्ठ अधिवक्ता थे।
* अपनी स्कूली शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल से की।
* वर्ष 1983 में दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से बीए (ऑनर्स) इतिहास में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
* वर्ष 1986 में कैम्पस लॉ सेंटर, विधि संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय से एल एल बी की ।
* 24 जुलाई, 1986 को बार काउंसिल ऑफ दिल्ली में दाखिला लिया।
* दिल्ली के उच्च न्यायालय में रिट और रिट अपीलीय क्षेत्राधिकार से संबन्धित अलग-अलग मामले, सिविल रिजनल और अपीलीय क्षेत्राधिकार, कंपनी क्षेत्राधिकार और आपराधिक क्षेत्राधिकार से संबंधित मामलों में एक
वकील के रूप में प्रैक्टिस की।
* इसके अतिरिक्त बॉम्बे उच्च न्यायालय, बैंगलोर में कर्नाटक उच्च न्यायालय, जयपुर में राजस्थान उच्च न्यायालय, आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण, कंपनी लॉ बोर्ड, औद्योगिक और वित्तीय पुनर्निर्माण के लिए अपीलीय प्राधिकरण,
ऋण वसूली न्यायाधिकरण, राष्ट्रीय और दिल्ली में राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग मे भी प्रैक्टिस की।
* 2004 में यूनियन ऑफ इंडिया के स्टैंडिंग काउंसल के रूप में नियुक्त हुए।
* फरवरी 2006 में यूनियन ऑफ इंडिया के लिए वरिष्ठ पैनल काउंसल नियुक्त हुए।
* मई 2006 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में मनोनीत हुए।
* दो बार 1992-1998 और 1998-2003 के लिए बार काउंसिल ऑफ दिल्ली के सदस्य के रूप में चुने गए।
* आपने अनुशासन समिति के सदस्य के रूप में सेवा की। आप ने वर्ष 1994 से 1997 तक दिल्ली बार काउंसिल के मानद सचिव और वर्ष 1998 से 2003 तक उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।
* दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त विभिन्न समितियों में सदस्य के रूप में अन्य बातों के साथ-साथ बाल श्रम के उन्मूलन के बाद बच्चों के पुनर्वास के मुद्दों, नगरपालिका उप-नियमों के उल्लंघन में अवैध निर्माण, और सुझाव देने
के लिए गठित समिति के सदस्य सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली के कुशल और स्वास्थ्यकर कामकाज के लिए उपायों का पर्यवेक्षण किया और उसे कार्यान्वित किया ।
* 13 मार्च, 2008 को दिल्ली उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में और 26 मई, 2009 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में आप को नियुक्त किया गया।